इस किले के नीचे दबा है खजाना!
इस किले के नीचे दबा है खजाना!
पंडित ओम तिवारी।
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KATNI, MADHYA PRADESH, INDIA
खजाने के लालच में खोद डाली धरोहर, राजा प्रयागदास द्वारा बनवाए गए विजयराघवगढ़ किले के रंगमहल के नीचे खजाना दबा है। इसके अलावा किले में निर्मित सात दरवाजों वाली बावड़ी में सोना रखा हुआ है।
राजायागदास द्वारा बनवाए गए विजयराघवगढ़ किले के रंगमहल के नीचे खजाना दबा है। इसके अलावा किले में निर्मित सात दरवाजों वाली बावड़ी में सोना रखा हुआ है। बुजुर्गों की मानें तो सभागार मुडिय़ा महल के सामने जो कुंड बना है उसमें सोने चांदी की मुद्रा व स्वर्ण रजत आभूषणों का भंडार है। बताया जाता है कि खजाने तक पहुंचने के गुप्त रास्तों के बारे में राजाओं व उनके अति विश्वस्त परिजनों को ही जानकारी होती थी।
यहां हमेशा कड़ी सुरक्षा रखी जाती थी। बहरहाल किले के खजाने को लेकर यहां कई तरह की चर्चाएं हैं। दफीना खोदने वाले लोगों ने कई बार यहां खजाना खोजने का प्रयास किया है। यहां के ऐतिहासिक किला व अन्य पुरातत्व महत्व के प्राचीन स्थलों पर कई बार धन के लालच में खुदाई कर उन्हें नुकसान पहुंचाया गया है। उक्त स्थानों पर चोरी छिपे खुदाई के करने के प्रमाण साफ नजर आते हैं।
मुडिय़ा महल में खुदाई का प्रयास-
राजाओं के समय का खजाना पाने के लालच में मुडिय़ा महल क्षेत्र में भी पूर्व में दफीना खोदने वालों ने अपने हाथ आजमाए हैं। यहां धन के लिए खुदाई के प्रमाण देखे जा सकते हैं।
इस छतरी के नीचे दबा है खजाना
नन्हवारा की छतरी के नीचे धन दबा हुआ है। इसके कारण यहां धन खोजने वाले हमेशा सक्रिय रहते हैं। बताया जाता है कि छतरी के नीचे व शिवमंदिर के पास स्वर्ण खजाना दबा है।
रहस्मयी शिलालेख-
किला का एक शिलालेख खजाने को लेकर हमेशा रहस्यमयी रहा जाता है। कहा जाता है कि इसमें किला में राजाओं के खजाने के बारे में सांकेतिक रूप से बताया गया है। हालांकि आज तक इसे पढ़ा नहींं जा सका है और हो सकता है कि अब तक अपठनीय होने की वजह से ही यह भ्रांति फैली हो कि इसमें खजाने का रहस्य दर्ज है।